सीएम ने निरंजन हिरेमथ को आश्वासन दिया कि यह एक गंभीर अपराध है। इस मामले की विशेष कोर्ट में सुनवाई कराई जाएगी ताकि हम आरोपी को कड़ी सजा दिला सकें। सिद्धारमैया ने राज्य के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच के पाटिल की मौजूदगी में हिरेमथ से फोन पर बात करते हुए कहा निरंजन...बहुत खेद है। हम आपके पक्ष में रहेंगे।