हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2024) का पर्व हर किसी के लिए बहुत खास होता है। यह साल में दो बार मनाया जाता है। इस साल की पहली हनुमान जयंती 23 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि इस दिन राम भक्त की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही वीर हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
शुक्रवार (Shukrawar Upay) का दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है जिसके चलते लोग इस शुभ दिन पर तरह-तरह के उपाय करते हैं ताकि जीवन में कभी आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े। ऐसे में आप आर्थिक तंगी से निपटारा चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन यहां दिए गए खास उपायों को जरूर आजमाएं तो आइए इनके बारे में जानते हैं -
चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima 2024) का दिन बेहद शुभ माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। इस साल यह 23 अप्रैल को मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि जो जातक लंबे समय से किसी समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें इस दिन का उपवास जरूर करना चाहिए। साथ ही इस दिन के कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए जो इस प्रकार हैं -
इस साल चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima 2024) 23 अप्रैल को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है। इसे चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है। पूर्णिमा तिथि को मंत्र सिद्धि के लिए बिल्कुल शुभ समय के रूप में देखा जाता है। भक्त एकाग्रता में सुधार पाने के लिए पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा की भी पूजा जरूर करें।
कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi 2024) का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही सुख-समृद्धि और सौभाग्य का वरदान मिलता है तो आइए इस दिन केले के पेड़ की पूजा कैसे करनी है उसके बारे में जानते हैं ? जिसकी जानकारी होना बेहद जरूरी है।
एकादशी का उपवास को रखने से सभी प्रकार के पापों से छुटकारा मिल जाती है। साथ ही घर में माता लक्ष्मी का वास होता है। व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद इसका पारण किया जाता है। सूर्योदय से पहले द्वादशी तिथि समाप्त होने के भीतर पारण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे में पारण समय का विशेष ध्यान रखें। वहीं इस दिन श्री हरि स्तोत्र का पाठ भी जरूर करें।
शुक्रवार का दिन भगवान कुबेर की पूजा के लिए समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग धन के राजा कुबेर की पूजा करते हैं उनके घर में कभी दरिद्रता नहीं आती है। साथ ही धन संबंधित किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि कुबेर देव की पूजा शुक्रवार के दिन अवश्य करनी चाहिए क्योंकि यह दिन उन्हें बेहद प्रिय है।