कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि काल भैरव देव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही काल कष्ट दुख और संकट दूर हो जाते हैं। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-